सत् कबीर द्वारे तेरे पर, एक दास भिखारी आया है{ सम्पुर्ण }

सत् कबीर द्वारे तेरे पर, एक दास भिखारी आया है।भक्ति की भिक्षा दे दीजो, उम्मीद कटोरा लाया है।।




सत कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



तज नरसी वाले ठाठ नहीं,
मैं धन्ना जैसा जाट नहीं।
तज नरसी वाले ठाठ नहीं,
मैं धन्ना जैसा जाट नहीं।





मेरी मौरध्वज जैसी सांट नहीं,
जिसने लड़का चीर चढ़ाया है।
भक्ति की भिख्शा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



शेख़ फरी़द जैसा तप नहीं,
मेरा बाल्मीक जैसा जप नहीं।
शेख़ फरी़द जैसा तप नहीं,
मेरा बाल्मीक जैसा जप नहीं।





मनसूर सी अनल हक़ नहीं,
जिसने टूकड़े शरीर करवाया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।

सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



ध्रूव जैसी आस नहीं,
प्रहलाद जैसा विश्वास नहीं।
ध्रूव जैसी आस नहीं,
प्रहलाद जैसा विश्वास नहीं।




मेरा मीरा जैसा रास नहीं,
जिसने रूह और नाच रिझाया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।




सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



रंका बंका जैसा त्याग नहीं,
मेरा बाजीद जैसा बैराग नहीं।
रंका बंका जैसा त्याग नहीं,
मेरा बाजीद जैसा बैराग नहीं।

मेरा करमा जैसा भाग नहीं,
जिसका आन खीचडा़ खाया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



विदुर विदुरानी जैसा सम्मान नहीं,
मैं सम्मन जैसा यजमान नहीं।
विदुर विदुरानी जैसा सम्मान नहीं,
मैं सम्मन जैसा यजमान नहीं।



और सेऊ ज्यूँ कूर्बान नहीं,
जिसने शीश तो लेखै लाया है।
भक्ति की भिख्शा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।

सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



मार्कण्डेय जैसा ऋषि नहीं,
सुखदेव ज्यूँ इन्द्रि कसी नहीं।
मार्कण्डेय जैसा ऋषि नहीं,
सुखदेव ज्यूँ इन्द्रि कसी नहीं।





ये माया अभी मन में बसी नहीं,
जबसे ज्ञान तेरा समाया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।

सत कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिख्शा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



धर्मदास जैसा भक्ति सेठ नहीं,
जीवा दत्ता जैसी उल सेठ नहीं।
धर्मदास जैसा भक्ति सेठ नहीं,
जीवा दत्ता जैसी उल सेठ नहीं।





मेरा पीपा जैसा ढेठ नहीं,
जिसने दरिया बीच बुलाया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिख्शा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



दिया द्रोपदी जैसा लीर नहीं,
कोए बना भजन में शीर नहीं।
दिया द्रोपदी जैसा लीर नहीं,
कोए बना भजन में शीर नहीं।



मेरै भिलनी जैसी धीर नहीं,
जिसने वन के बीच घूमाया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



सांभर में दादू दास मिले,
फिर नानक को कर ख्यास मिले
सांभर में दादू दास मिले,
फिर नानक को कर ख्यास मिले



सूल्तानी को वो ख़्वास मिले,
जिसका बिस्तर झाड़ बिछाया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



अर्जून-सर्जुन ने पिछान लिये,
छूड़ानी में दर्शन आन लिये।
अर्जून-सर्जुन ने पिछान लिये,
छूड़ानी में दर्शन आन लिये।



ए रानी नन्दन हमने जान लिये
बलराम पिता जनाया है ।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।




सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिख्शा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।


सन्तोष दास को पार किया,
वनखण्डी का उद्धार किया।
सन्तोष दास को पार किया,
वनखण्डी का उद्धार किया।

एक भूमड़ भगत से प्यार किया,
जो शरणा तेरी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।

सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



छूड़ानी में निर्वान हुअा,
फिर सारनपूर परवान हुअा।
छूड़ानी में निर्वान हुअा,
फिर सारनपूर पर्वान हुअा।

घीसा सन्त खेखड़ै आन हुअा,
जहाँ जिता दास चेताया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिख्शा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



गणिका जैसे पाप किये,
और अजा मेल से आघात किये।
गणिका जैसे पाप किये,
और अजा मेल से आघात किये।

साथ किस विध नाथ लिये
समदर सी फर्ज निभाया है।

भक्ति की भिख्शा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।

सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिख्शा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



माता पिता और बन्धू आए,
माया जोड़न खूब सिखाए।
माता पिता और बन्धू आए,
माया जोड़न खूब सिखाए।



भक्ति के ना लारा लाए,
उल्टा ए पाठ पढ़ाया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।

सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



जवानी के होती जाति नहीं,
कोए मिला भगत में साथ नहीं।
जवानी मे होती जाति नहीं,
कोए मिला भगत में साथ नहीं।

मेरी सूनिती सी मात नहीं,
जिसने बेटा भगत बनाया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



पाँचों विकार सताते हैं,
मन चाहा नाच नचाते हैं।
पाँचों विकार सताते हैं,
मन चाहा नाच नचाते हैं।

हे साहिब! ना बच पाते हैं,
माया ने जाल बिछाया है।
भक्ति की भिख्शा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।

सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



गुरू रामदेवानंद जैसा संत नहीं,
मैं भगतों जैसा भगत नहीं।
गुरू रामदेवानंद जैसा संत नहीं,
मैं भगतों जैसा भगत नहीं।



रामपाल को चाहिये जगत नहीं,
एक तेरा ही शरणा चाह्या है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।।



सत् कबीर द्वारे तेरे पर,
एक दास भिखारी आया है।
भक्ति की भिक्षा दे दीजो,
उम्मीद कटोरा लाया है।। 

Write By- J. K
Edit By- Banti Kumar

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Comments

  1. सत साहेब
  2. बहुत ही अच्छा सरल शब्द है । जिसे पढ़कर आत्मा में में विशेष कसक निर्माण हो रही है । ऐसा लग रहा एक आत्मिक शांती महसुस कर रहा हु।
  3. Parmatma Daya Karna 🙏