अपने ही जाल में फंसा हिसार प्रशासन, गवाह ने पुलिस पर लगाये गंभीर आरोप, कहा धोखा देकर कोरे कागज पर हस्ताक्षर करा, दर्ज किए झूठे मुकदमे

1 पुलिस और पक्षपाती मीडिया का घिनोना चेहरा ।



आज जब खुद सच दरवाजे पर आकर दस्तक दे रहा है, वही सच जो संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी पिछ्ले 2 साल 4 महीने 10 दिन से कह रहे हैं हमारे परिजनो को संत रामपाल जी महाराज ने नही हिसार प्रसासन ने मारा है. लेकिन जब आज पुलिस का घिनोना चेहरा सामने आ गया है तो भी मीडिया गाहे बगाहे पुलिस का बचाव ही कर रही है...पुलिस को झटका नही लगा है. झटका आम आदमी को लगा है. जो आम आदमी तुम सब भ्रष्‍ट मीडिया की खबरों और पुलिस प्रशासन की बातों को सच मान कर संत व उनके समर्थकों को कोस रहा था..है आज किसी में हिम्मत की न्याय के लिए सरकार पर दबाव बनाए. 

संत रामपाल जी महाराज की बेगुनाही का इससे बड़ा सबूत क्या होगा. जिसकी FIR पर संत रामपाल जी महाराज को जेल मे डाला है वो खुद ही कह रहा है कि पुलिस ने धोखा करके ये FIR दर्ज की है...शिकायत कर्ता से कोरे कागज पर दस्त्खत कराए गये....तो अब जिन आधिकारीओं ने ये घिनोना कार्य किया है उनको कब जेल मे डाला जाएगा. कब भारत को इन तानाशाहों से मुक्ति मिलेगी.


  •  अपने ही जाल में फंसा हिसार प्रशासन, गवाह ने पुलिस पर लगाये गंभीर आरोप, कहा धोखा देकर कोरे कागज पर हस्ताक्षर करा, दर्ज किए झूठे मुकदमे


आज हरियाणा के हिसार जिला कोर्ट में पुलिस प्रशासन का घिनौना चेहरा सामने आया जिसे देख कर कोर्ट भी शर्मसार हो गई । 
आज हिसार जिला कोर्ट में सतलोक आश्रम बरवाला जिला हिसार में घटित 18 नवंबर 2014 की बर्बर पुलिसिया कार्यवाही में मृतका रजनी पति सुरेश निवासी ललितपुर उत्तर प्रदेश की गवाही हुई, सुरेश को हिसार पुलिस ने मुख्य शिकायतकर्ता के तौर पर आज जज के सामने पेश किया, लेकिन स्थिति उस समय असहज हो गयी जब शिकायकर्ता ने कहा कि सतलोक आश्रम बरवाला की तरफ से उसकी पत्नी को किसी भी प्रकार की पीड़ा नहीं दी गई एवं बल्कि पुलिस के द्वारा की गई बर्बर कार्यवाही, जिसमें आंसू गैस के गोले, लाठीचार्ज आदि के कारण घायल हुई मेरी पत्नी को आश्रम वालों ने ही प्राथमिक उपचार दिया। मैं यह कोर्ट से अनुरोध करता हूं कि संत रामपाल जी महाराज व उनके अनुयायियों के ऊपर लगाए गए पर झूठे आरोप को हटाया जाए क्योंकि सतलोक आश्रम में किसी भी प्रकार का गलत व्यवहार या ऐसा कोई कार्य नहीं किया जिससे मेरी पत्नी की मौत हो जाए यह सब कार्य पुलिस द्वारा की गई घिनौनी कार्यवाही के द्वारा हुआ है एवं वर्ष 2014 महीना नवंबर में जो मेरे बयान दर्ज किए गए वह सारे के सारे मिथ्या हैं, निराधार हैं क्योंकि पुलिस ने मेरे ऊपर दबाव बनाकर एक कोरे कागज पर हस्ताक्षर करा कर उस पर मनघड़ंत एवं सोची समझी रणनीति के तहत साजिश रच कर सतलोक आश्रम बरवाला के ऊपर गलत प्रकरण दर्ज किए गए हैं। मैं यहां मांग करता हूं कि कोर्ट इस मामले को खारिज करे एवं मेरी पत्नी की मौत के जिम्मेदारों को सजा हो।

बता दें कि 18 नवंबर 2014 स्थान बरवाला जिला हिसार हरियाणा में 50,000 पुलिस द्वारा सतलोक आश्रम पर हमला किया गया जिसमें 5 महिला समेत एक मासूम बच्चे की मौत हुई। इस मामले में एक मृतक महिला रजनी के पति पर हरियाणा पुलिस ने धोखा देकर उससे एक कोरे कागज पर हस्ताक्षर करा कर सतलोक आश्रम बरवाला पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए इसलिए यह मामला नवंबर 2014 से आज 26 मार्च 2017 तक चल रहा है। जिसमें आज मृतका के पति सुरेश निवासी ललितपुर उत्तर प्रदेश ने उन बयानों को सिरे से नकार दिया और पुलिस के ऊपर गंभीर आरोप लगाए। सतलोक आश्रम प्रकरण में अब तक संत रामपाल जी पर लगाये गए सभी आरोप गलत साबित हो रहे हैं, हिसार प्रशासन का इस तरह षडयंत्र रचना लोगों को हैरत में डाल रहा है।

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